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[Download] "Amavasya Ki Ratri Tatha Anya Kahaniyan (अमावस्या की रात्रि तथा अन्य कहानियां : मानसरोवर - भाग 5): Mansarovar : Part - 5" by Premchand * eBook PDF Kindle ePub Free

Amavasya Ki Ratri Tatha Anya Kahaniyan (अमावस्या की रात्रि तथा अन्य कहानियां : मानसरोवर - भाग 5): Mansarovar : Part - 5

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eBook details

  • Title: Amavasya Ki Ratri Tatha Anya Kahaniyan (अमावस्या की रात्रि तथा अन्य कहानियां : मानसरोवर - भाग 5): Mansarovar : Part - 5
  • Author : Premchand
  • Release Date : January 27, 2019
  • Genre: Fiction & Literature,Books,
  • Pages : * pages
  • Size : 1761 KB

Description

प्रेमचंदनेहिन्दीकहानीकोएकनिश्चितपरिप्रेक्ष्यऔरकलात्मकआधरदिया।उन्होनेकहानीकेस्वरूपकोपाठकोंकीरुचि,कल्पनाऔरविचारशक्तिकानिर्माणकरतेहुएविकसितकियाहै।उनकीकहानियोंकाभाव-जगत्आत्मानुभूतअथवानिकटसेदेखाहै।कहानी-क्षेत्रामेंवहवास्तविकजगत्कीउपजथे।उनकीकहानीकीविशिष्टतायहहैकिउसमेंआदर्शऔरयथार्थकागंगायमुनीसंगमहै।कथाकारूपघटनाओंऔरचरित्रोंकेमाध्यमसेनिरुपितहोताहै।यहांघटनाएंचौखटऔरपात्राइसकेअन्तःकाविकासकरनेवालेचित्रा।कथाकारकेरूपमेंप्रेमचंदअपनेजीवनकालमेंहीकिंवदन्तीबनगयेथे।उन्होंनेमुख्यतःग्रामीणएवंनागरिकसामाजिकजीवनकोकहानियोंकाविषयबनायाहै।उनकीकथायात्रामेंश्रमिकविकासकेलक्षणस्पष्टहैं,यहविकासवस्तु,विचार,अनुभवतथाशिल्पसभीस्तरोंपरअनुभवकियाजासकताहै।उनकामानवतावादअमूर्तभावात्मकनहीं,अपितुउसकाआधरएकप्रकारकासुसंगतयथार्थवादहै,जोभावुकतापूर्णआदर्शवादप्रस्थानकापूर्णक्रम,गत्यात्मकक्रमपाठकोंकेसमक्षरखसकाहै।उनकीकहानियोंकोमानसरोवरकेआठखंडोंमेंसमाहितकियागयाहै,जिसेडायमंडपाकेटबुक्सनेआकर्षकआवरणमेंचारभागोंमेंप्रकाशितकियाहै।इसपुस्तकमें5और6भागकोलियागयाहै।हमउनकीयादगारकहानीबड़ेघरकीबेटीकोप्रस्तुतकररहेहैं।


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